जनपद में मनाया जा रहा पोषण पखवारा



  • मिलेट्स के सेवन से होने वाले लाभों को लेकर समुदाय को किया जा रहा जागरूक  जागरूक

लखनऊ - जनपद में सोमवार से पोषण पखवारा शुरू हुआ जो कि तीन अप्रैल तक चलेगा । यह पखवारा विभिन्न विभागों के सहयोग से मनाया जा रहा है। इस दौरान समुदाय को मोटे अनाज( मिलेट्स) को  बढ़ावा देने के लिए समुदाय को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे ने दी। उन्होंने बताया कि पखवारे के दौरानस्वस्थ बालक-बालिका प्रतिस्पर्धा आयोजित कर शून्य से पाँच साल तक की आयु के बच्चों की वजन, लंबाई लेकर उसे पोषण ट्रेकर में फ़ीड किया जाएगा। इसके अलावा सक्षम आँगनबाड़ी केंद्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा। मिलेट्स के लाभों को बताने के लिए समुदाय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।  

मिलेट से बनी रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। गर्भवती, धात्री और किशोरियों को इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही शैक्षणिक संस्थानों, नेहरू युवा केंद्र और एनएसएस के स्वयंसेवकों, एनसीसी कैडेट्स, स्वयं सहायता समूहों को संवेदीकरणकिया जाएगा।

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की पोषण विशेषज्ञ सुनीता सक्सेना ने बताया कि मोटे अनाज को पोषक अनाज के अधीन साल 2018 में पोषक तत्वों के तहत अधिसूचित किया गया है। प्रधानमंत्री ने इसे श्री अन्न का नाम दिया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 2023 को मिलेट ईयर के रूप में मनाया जा रहा है। मिलेट में पोषक तत्व होते हैं और इसकी खेती में लागत में कमी आती है और भूमि की उर्वरा क्षमता बढ़ती है। इसे सुपर फूड भी कहा जाता है। पोषण विशेषज्ञ बताती हैं कि मिलेट्स में  साँवाँ, कोंदों, चीना, रागी ज्वार, कुटकी कूटू बाजरा आदि खाद्य पदार्थ आते  हैं।

मिलेट्स ग्लूटिन फ्री होने के साथ ही प्रोटीन, रेशों से  युक्त होते हंद इससे पाचन क्रिया आसान होती है। मिलेट्स के सेवन सेरक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और मोटापा भी कम होता है।

इनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने की वजह से रक्त में शर्करा कम स्रावित होती है। पोषण विशेषज्ञ बताती हैं कि मिलेट्स में विशेषकर रागी मेंसूक्ष्म पोषक तत्व मैग्नीशियम,आयरन, कैल्शियम, सिलिनियम, कैल्शियम, फ़ॉस्फोरस, आयरन, जिंक मिलता हैं जिसके कारण यह कुपोषण दूर करने में सहायक होते ही हैं इसके साथ में हार्मोन को नियमित करते हैं जिसके कारण हर्मोनल गतिविधियां सुचारु रूप से संपादित होती हैं और मासिक धर्म में आ रही परेशानियों में राहत प्रदान करता है। इसके अलावा मिलेट्स में फॉलिक एसिड पोटैशियम विटामिन बी और सी प्रचुरमात्रा में मिलता है।

मिलेट आंत के कैंसर में लाभदायक होते हैं । यह एंटी ऑक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत हैं । मिलेट बिना रासायनिक तत्वों अर्थात प्राकृतिक रूप से भी उगाए जा सकते हैं । इसलिए इनका उपयोग हानिकारक भी नहीं होता है । पोषण विशेषज्ञ ने बताया कि जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्या है उन्हें सामान्य अनाज और मिलेट्स को 40:60 के अनुपात में खाना चाहिए ।