होली पर प्रेग्नेंट महिलाएं बरतें सावधानी: डा श्रीवास्तव



  • सिंथेटिक रंगों से गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य को खतरा

बाराबंकी - होली रंगों का त्योहार है। बाजार में बिक रहे कई रंग रसायन युक्त होते हैं। ऐसे में खासकर गर्भवती महिलाओं को कुछ विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। इसका यह मतलब कदापि नहीं है कि आप अपने त्योहार को चुपचाप बीत जाने दें। कुछ सतर्कता बरत कर आप भी होली की मस्ती में जमकर धमाल कर सकती हैं। होली में प्रयुक्त होने वाले रसायन युक्त रंगों से गर्भवती महिलाओं, गर्भस्थ शिशु और धात्री मां के स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान हो सकता है।

सिंथेटिक रंगों से समय पूर्व प्रसव का खतरा : अपर मुख्य चिकित्साघिकारी डा ड़ीके श्रीवास्तव ने बताया कि होली पर इस्तेमाल होने वाले तमाम रंग सिंथेटिक होते हैं। इनमें लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट, डाई और पिसा हुआ कांच मिला होता है। इन रासायनिक रंगों के प्रभाव से माता की त्वाचा एलर्जी, नर्वस सिस्टम, किडनी और रिप्रोडक्टिव सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। गर्भवती महिला अगर इसके संपर्क में आती है तो उसे समयपूर्व प्रसव, बच्चे का वजन कम होना समेत गर्भपात का खतरा हो सकता है। रसायनयुक्त रंगों की जगह होली खेलने के लिए हर्बल रंग सबसे अच्छे होते हैं। ऐसे में इन रंगों के बजाय हर्बल रंगों  एवं फूलों की होली खेलनी चाहिए।

उनका कहना है कि गर्भधारण के दौरान महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता शिथिल पड़ जाती है, जिससे उनके बीमार पड़ने और संक्रमण का शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है। इस समय महिलाओं को रसायनयुक्त रंग काफी गंभीर असर डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादा मिठाइयां और कार्बोनेटेड पेय पदार्थ पीने से शरीर में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है। इससे गर्भावस्था के दौरान मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।

तैलीय भोजन बिगाड़ सकता है हाजमा : डाक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि होली में रंग खेलने के अलावा गर्भवती महिलाओं को खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए। अधिक तेल और मिर्च-मसाले वाला भोजन आपका हाजमा बिगाड़ सकता है। गर्भावस्था के दौरान ठंडाई और शीतल पेयों से भी दूर रहने की जरूरत है। यह आपके और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। होली के दौरान भांग की ठंडाई का सेवन लोग जमकर करते हैं, लेकिन अगर आप गर्भवती है तो इसका सेवन बिल्कुल भी न करें। भांग का सेवन हृदय गति व रक्त चाप को बढ़ाता है, बल्कि इसके कारण आपको और आपके गर्भस्थ शिशु को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

पानी नहीं सूखे रंग से खेलें होली : होली पर रंगों के साथ ही पानी का भी बहुत प्रयोग होता है। रंगीन पानी से होली खेलने में भले ही काफी मजा आता हो लेकिन इसके कारण फिसलकर गिरने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को होली के दौरान पानी से खेलने से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को सूखे रंगों और अबीर-गुलाल के साथ होली खेलना चाहिए। इसके अलावा वह पूरी आस्तीन के कपड़े पहने और आंखों को रंगों से बचाने के लिए चश्मा लगाएं। इसी के साथ तेज आवाज वाले डीजे से भी बचना चाहिए।