जुलाई में आयोजित होगा बाल स्वास्थ्य पोषण माह,इस माह में कुल 5,99,153 बच्चे पीएंगे विटामिन ए की दवा



लखनऊ, 28 जून 2019 -राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य एवं समेकित बाल विकास विभाग (आईसीडीएस)  के सहयोग से संचालित बाल स्वास्थ्य पोषण माह (बीएसपीएम) वर्ष में 2 बार जून एवं दिसंबर के महीने में आयोजित किया जाता है | यह विटामिन ए संपूरण कार्यक्रम, टीकाकरण का एक अभिन्न अंग है | इस संबंध में परिवार कल्याण महानिदेशक नीना गुप्ता  द्वारा पत्र जारी कर निर्देश दिये गए है कि इस वर्ष यह 3 जुलाई-3 अगस्त तक मनाया जाएगा | 

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एम.के.सिंह ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्देश्य 9 माह से 15 माह की आयु वर्ग के बच्चों में विटामिन ए के कवरेज को बढ़ाना, सभी कुपोषित बच्चों का दोबारा वजन करना, उनकी पहचान करना, प्रबंधन कर उनको संदर्भित करना | नियमित टीकाकारण के दौरान लक्षित बच्चों के साथ छूटे हुये बच्चों का प्रतिरक्षण करते हुये शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करना | जन्म के तुरंत बाद शिशु को माँ का दूध, 6 माह तक केवल स्तनपान व 6 माह के बाद बच्चे को ऊपरी आहार देने के बारे में लोगों को बताना कि इससे बाल्यावस्था में होने वाले रोगों में कमी लायी जा सकती है | लोगों को आयोडिन युक्त नमक के उपयोग के बारे में बताना व उसका अधिक से अधिक उयोग करने की सलाह देना | बीएसपीएम टीकाकरण/ ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण माह(वीएचएनडी) सत्रों में आयोजित किया जाता है |  उन्होने बताया कि विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है | प्रदेश में 60 प्रतिशत बच्चों में विटामिन ए की कमी होने का खतरा होता है, जो कि बच्चों में बीमारी एवं मृत्यु दर की संभावनाओं को बढ़ाता है | 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को साल में 2 बार विटामिन ए की खुराक देने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे कि व स्वस्थ व पोषित रहते हैं | वीएचएनडी के दौरान यह सभी सुविधाएं एएनएम, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से दी जाएंगी | कार्यक्रम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने व निगरानी करने के उद्देश्य से समय समय पर बैठकें व रिपोर्टिंग व भी सुनिश्चित की गयी है | 

डॉ. सिंह ने बताया कि इसमें स्वास्थ्य एवं आईसीडीएस विभाग के साथ उत्तर प्रदेश तकनीकि सहयोग इकाई, यूनिसेफ गैर सरकारी संगठन न्यूट्रीशन इंटेरनेशनल का भी सहयोग रहेगा |
डॉ. सिंह ने बताया कि विटामिन ए की पहली खुराक 9-12 माह के बच्चों को 1 मिली (2मिली का आधा चम्मच), 1 लाख यूनिट ( अंतर्राष्ट्रीय इकाई) खसरे के पहले टीके के साथ नियमित टीकाकरण के दौरान दी जाती है |  विटामिन ए की दूसरी खुराक 16-24 माह के बच्चों को 2 मिली का पूरा चम्मच,  2 लाख यूनिट ( अंतर्राष्ट्रीय इकाई) खसरे के दूसरे  टीके के  साथ नियमित टीकाकरण के दौरान दी जाती है |  इसके बाद 1-5 वर्ष के बच्चों को 2 मिली का पूरा चम्मच, 2 लाख यूनिट ( अंतर्राष्ट्रीय इकाई) बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान 6 महीने के अंतराल पर यदि जाती है | साथ ही साथ ध्यान देने योग्य यह बात है कि यदि पिछले 6 माह में यदि मिजिल्स के टीके के साथ विटामिन ए की खुराक दी गयी है तो बी.एस.पी.एम. के दौरान विटामिन ए की खुराक न दी जाये |  

डॉ. सिंह ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान हमने 9 माह - 5 वर्ष तक के कुल 5,99,153 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा है |  जिसमें  ग्रामीण क्षेत्र के 2,27,277 बच्चे व शहरी क्षेत्र के कुल 3,71,876 बच्चे हैं | 9 माह से 12 माह तक के 69,195 बच्चे व 1 वर्ष-5 वर्ष तक के कुल 5,29,958 बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी |  विटामिन ए की खुराक जिले की 16 शहरी इकाइयों व 11 ग्रामीण इकाइयों पर पिलाई जाएगी -सूत्र