यूपी जीआईएस' 23 के अंतिम दिन आयोजित हुआ 'री इंवेंटिंग स्किल डेवलपमेन्ट ईको सिस्टम इन उत्तर प्रदेश'



  • केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल की उपस्थिति में  हुए एमओयू
  • विभाग 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक धनराशि के निवेश को लाने में सफल
  • निवेश प्रस्तावों से अगले 05 वर्षों में 7.50 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे

लखनऊ - प्रत्येक सेक्टर में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं, बस जरूरत है स्किल को डेवलप करने की। उत्तर प्रदेश में लाखों करोड़ का निवेश होने से निजी और सरकारी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नौकरियां आएंगी। मगर इसके लिए हमें स्किल्ड मैनपॉवर की जरूरत होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति कौशल विकास के इसी मूल भावना को प्रोत्साहित करती है - यह बातें रविवार को राजधानी में आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तीसरे और अंतिम दिन वशिष्ठ हॉल में आयोजित 'री इंवेंटिंग स्किल डेवलपमेन्ट ईको सिस्टम इन उत्तर प्रदेश' विषय पर विशेष सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कही।

केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान निवेशकों, स्टेक होल्डर्स को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसरों और संभावनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लखनऊ आकर इस बार वाकई में बहुत आनंद आया। निवेशकों के लिए पूरा शहर सजा हुआ है।  भारत के अमृत काल में प्रवेश के दौरान उत्तर प्रदेश का ये आगाज शानदार है। ये निवेश राज्य के हर युवा के भविष्य को उज्जवल करने वाला है। भारत को विकसित देश बनाने में सबसे बड़ा योगदान कौशल विकास क्षेत्र का होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को आद्योगिक प्रदेश बनाने के लिए संकल्पित हैं। बीते 6 साल में यूपी से गुंडा, माफिया को खत्म करने का काम हुआ है, व्यापारी वर्ग सुरक्षित हुआ है। महिलाओं के मन में सुरक्षा का भाव पैदा हुआ है। उन्हें शाम की शिफ्ट में काम करने में अब डर नहीं लग रहा। पीयूष गोयल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को बहुत से अवसर उपलब्ध कराए हैं।  देश के युवाओं को अब स्किल डेवलपमेंट का महत्व समझ में आ रहा है। स्किल डेवलपमेंट के लिए किए गए मोदी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि युवाओं का भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बढ़ता ही जा रहा है।

इस दौरान प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। आने वाले 25 वर्ष का अमृत काल में उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत 32 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया गया है। निवेश अनुकूल वातावरण प्रदेश में निर्मित किया गया है। जिस कारण देश-विदेश के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करने हेतु आकर्षित हो रहे है। निवेशकों के उत्तर प्रदेश में आने और अपने उद्योगों को लगाने एवं  आगे बढ़ाने में  कुशल एवं हुनरमंद युवाओं की आवश्यकता होगी, जिसे  व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन द्वारा हुनरमंद युवाओं को देकर पूरा किया जायेगा।   व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन द्वारा उद्योगों की डिमांड के अनुरूप युवाओं को हुनरमंद बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आने वाले निवेशकों के उद्योगों के लिए स्किल मैपिंग की जाएगी। उद्योगों की नींव से लेकर प्रोडक्शन तक कार्य मे हुनरमंद युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।  उन्होंने कहा कि आने वाला कल उत्तर प्रदेश का है। उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया का हब बन रहा है।

कौशल विकास मंत्री ने कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल को कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के लिये धन्यवाद दिया तथा मंच पर उपस्थित अन्य सभी गणमान्य को इस औद्योगिक महाकुम्भ में प्रतिभाग करने के लिये प्रदेश सरकार की ओर से धन्यवाद किया। उन्होने कहा कि जब से प्रधानमंत्री,  नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली है तब से अब तक देश ने ऐतिहासिक प्रगति को प्राप्त किया है। उत्तर प्रदेश के सन्दर्भ में उन्होने कहा कि प्रदेश प्रगति की असीम सम्भावनाओं का घर बन गया है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ  को जाता है।  मुख्यमंत्री के कुशलतम नेतृत्व में प्रदेश ने सम्पूर्ण विश्व के मानस पटल पर स्वयं को उत्तम प्रदेश के रुप में स्थापित कर लिया गया है।  

वहीं प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन सुभाष चन्द्र शर्मा ने 'री इंवेंटिंग स्किल डेवलपमेन्ट ईको सिस्टम इन उत्तर प्रदेश' विषय पर प्रकाश डाला। उन्होने प्रतिभागियों को अवगत कराया कि वर्तमान व भविष्य के विश्व की कौशल प्रशिक्षण के प्रति क्या अपेक्षायें हैं तथा उन्हे पूरा करने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा क्या-क्या कार्य किये जा रहे हैं। उन्होने बताया कि विभाग अधिक से अधिक संख्या में युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के लिये नये आई0टी0आई0 तथा कौशल केन्द्र को स्थापित करा रहा है। उन्होने बताया कि इण्डस्ट्री 4.0 के सिद्धान्त को उद्योगों द्वारा अंगीकृत किया गया है, जिसके फलस्वरुप स्मार्ट व कुशल मैनपावर तैयार करना एक चुनौती है, जिसे विभाग ने स्वीकार करते हुये अनेक नये कार्यों को शुरु किया है।  उन्होने यह भी कहा कि  छोटे से छोटे व बडे से बड़े उद्योगों को कुशल मैनपावर उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयत्नशील हैं तथा सभी को सहयोग प्रदान करने के लिये दृढ़संकल्पित हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि विभाग 7 हजार करोड़ से अधिक धनराशि के निवेश को लाने में सफल रहा है। इन निवेश प्रस्तावों से अगले 05 वर्षों में 7.50 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने विभाग में निवेश करने वाले गणमान्य को धन्यवाद देते हुये कहा कि आप सब यूं ही सहयोग करते रहेंगे तो प्रदेश के युवा का कौशल ही नहीं बल्कि उनके जीवन का सर्वांगीण विकास अवश्य होगा।  

कार्यक्रम में ओला, टीसीएस, करागार विभाग, आईआईटी मंडी, आईबीएम इण्डिया, दिव्यांग जन समिति, ट्रान्सफार्म फाउंडेशन तथा फ्लिपकार्ट ग्रुप के साथ एमओयू साझा किये गये। सत्र के दौरान प्रेजेंटेशन के जरिए यूपी में स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में संभावनाओं को प्रदर्शित किया गया। साथ ही प्रधानमंत्री का वीडियो सन्देश भी प्रसारित किया गया।

अंत में  मिशन निदेशक, उप्र कौशल विकास मिशन आन्द्रा वामसी ने सभी गणमान्य तथा प्रतिभागियों को कार्यक्रमों को बेहद सफल बनाने के लिये सभी का तेहदिल से शुक्रिया अदा किया। विभागीय सेशन/सेमिनार में   विशेष सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन अभिषेक सिंह, अपर निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय नीरज कुमार एवं मान सिंह,  उप सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग डॉ सन्दीप परमार, अनुभाग अधिकारी, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग धर्मपाल पाण्डेय, तथा विभाग के अन्य मण्डलीय संयुक्त निदेशक एवं राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य व उप्र कौशल विकास मिशन के अधिकारीगण उपस्थित रहे।