ई-संजीवनी ओपीडी के जरिए घर पर ही विशेषज्ञ चिकित्सकों से लें सलाह



  •  ई-संजीवनी ओपीडी सेवा में जिले का प्रदेश में छठा स्थान
  • जनपद में आनलाइन ओपीडी सेवा तहत 107660 मरीजो का हुआ इलाज

बाराबंकी -  ई-संजीवनी एप से चि कित्सकों से परामर्श मिलना आसान है। कोरोना काल में शुरू हुई यह सेवा अब तक जारी है। सुदुरवर्ती क्षेत्र में जहां विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं, वहां लोगों को नजदीक के उप स्वास्थ्य केंद्र पर यह सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। इस सेवा के संचालन की जिम्मेदारी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को सौंपी गईं है। इनके द्वारा क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को इस सुविधा के बारे में जानकारी दी जाती है। 29 अप्रैल 2022 तक करीब 28511 सहित कुल 107660 लोगों ने ऑनलाइन इस सुविधा का लाभ लिया है।

जिला कार्यक्रम अधकारी अम्बरीश द्विवेदी ने बताया ई-संजीवनी ओपीडी सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ बजे से दो बजे तक चलती है। इसके जरिए विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मरीजों का ऑनलाइन इलाज होता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ऑनलाइन ओपीडी के रूप में देश में पहली नेशनल टेली कंसल्टेशन सर्विस ( ई-संजीवनी) लांच की है। जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के नागरिकों को निशुल्क ऑनलाइन स्वास्थ्य सुविधा दिलवाना है, ताकि मरीज घर पर ही रहकर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ले सके। इस व्यवस्था को ई-संजीवनी ओपीडी के नाम से भी जाना जाता है।

ऐसे काम करता है ई-संजीवनी एप : एंड्रायड मोबाइल फोन में प्लेस्टोर पर जाकर ई-संजीवनी एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद इस एप पर खुद को रजिस्टर्ड करवाना होगा, वेरीफिकेशन के लिए वन टाइम पॉसवर्ड (ओटीपी) भी आएगा जाएगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद मरीज को विकल्प मिलेगा जिसमें वह फिजीशियन, आर्थोपेडिक, स्किन , डेंटल, गॉयनी, न्यूरो में किस डाक्टर से सलाह लेना चाहता है। जैसे ही इस एप के जरिये वीडियो कॉल किया जाएगा तो वह सीधे उसी मर्ज के डाक्टर को पहुंच जाएगी, जिसे उसने चुना है। इस एप से डॉक्टर मरीज से बातचीत कर उसे दवा का प्रिस्क्रिप्शन देगा जो डिजिटल साइन के साथ मरीज तक भी पहुंच जाएगा। ई-संजीवनी पर डॉक्टर से सुबह 9 से दोपहर 2 बजे के बीच परामर्श लिया जा सकता है।

डिस्ट्रिक्ट कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि अब तक लगभग 107660 मरीजों ने ई-संजीवनी ओपीडी से इलाज कराया है। इस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। सभी सीएचओ को इस संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।

ब्लाक देवा के सालेह नगर केन्द्र की सीएचओ अंशी निगम ने बताया कि कोरोना काल में शुरू गई ई-संजीवनी ओपीडी मरीजो के लिए वरदान साबित हुई। इसके तहत अभी भी मरीज को आसानी से विशेषज्ञ चिकित्सकों से इलाज की सुविधा मिल रही है। इससे मरीज को बड़े शहरों से आने जाने से मुक्ति मिल जाती है। समय के साथ ही आर्थिक बचत होती है। उन्होंने बताया कि सालेह नगर केन्द्र पर आये मरीजो को ई संजीवनी ओपीडी एप के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सको से परामर्श कर इलाज लिया जा रहा है।