नेत्रदान कर दुनिया में रौशनी फैलाएँ - डॉ राकेश



  • विश्व दृष्टि दिवस विशेष
  • सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविर लगाकर होगा निःशुल्क परीक्षण
  • इस वर्ष की थीम ‘लव योर आईस ’

औरैया - आंखें शरीर का एक खूबसूरत अंग है जिसकी बदौलत हम दुनिया देख पाते हैं। इसलिए इसकी हिफाजत करना भी अति आवश्यक है। दृष्टिहीनता व दृष्टि दोष पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और आंखों के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर वर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को विश्व दृष्टि दिवस यानी वर्ल्ड साइट डे मनाया जाता है।

जिला अंधता निवारण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2000 में विश्व दृष्टि दिवस की शुरुआत की। इस वर्ष की थीम है 'अपनी आँखों से प्रेम करो'। उन्होंने बताया की गुरुवार को इस दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर नेत्र सहायकों द्वारा शिविर लगाये जायेंगे व अधिकारियों द्वारा मुफ्त नेत्र परीक्षण किया जाएगा। साथ ही जनपद की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम स्कूलों में जाकर बच्चों का नेत्र परीक्षण करने के साथ ही उन्हें आंखों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करेगी। जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मा भी दिया जाएगा।

डॉ. सिंह ने बताया कि आंखों से सम्बंधित अधिकतर समस्याओं जैसे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, जन्मजात मोतियाबिंद और तिरछापन का यदि समय से इलाज कराया जाए तो दृष्टि को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। बचपन से आंखों का ख्याल रखने से दृष्टि संबंधित 75 प्रतिशत बीमारियों से बचाव संभव है। दृष्टि दोषों का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों और वृद्धों पर पड़ता है। खासकर आज-कल की जीवन शैली में लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल से भी दृष्टि प्रभावित हो रही है। इसलिए ज़रूरी है कि हम अपनी आंखों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से आंखों की ज्योति सुरक्षित रखने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाया जाना और राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टि क्षीणता कार्यक्रम के तहत मुफ्त चश्मा वितरण शामिल हैं।

उनका कहना है की एक मृत व्यक्ति के नेत्र को एक नेत्रहीन को देकर उसके अंधेरे जीवन में उजाला किया जा सकता है। आप अपने निकटतम अस्पताल से संपर्क कर नेत्रदान के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने कहा की किसी की दुनियां में उजाला फैलाने के लिए एक कदम आगे बढ़ाइए।

ऐसे रखें आँखों का ख्याल :
• सुबह मुँह में ठंडा पानी भरकर आँखों में ठन्डे पानी के छीटें मारें
• दिन में 3-4 बार आँखों में ठन्डे पानी के छीटें मारें
• हरी पत्तेदार सब्जियों व विटामिन-ए से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें
• लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन का लगातार लम्बे समय तक उपयोग न करें
• लगातार बिना पलकें झपकाए एक जगह न देखें
• कभी-कभी हलके हाथों से आँखों की मालिश करें
• आँखों की कोई भी समस्या होने पर समय से जाँच कराएँ
• किसी तरह का दृष्टि दोष होने पर चिकित्सक के परामर्श अनुसार चश्मे का इस्तेमाल करें
• धूप में निकलते समय चश्मा लगाएँ