राष्ट्रपति ने की ‘प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान’ की शुरुआत



नई दिल्ली (डेस्क) - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान’ की शुरुआत कर दी है। जिसका मकसद साल 2025 तक देश को क्षयरोग (टीबी) मुक्त बनाना है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान  के हिस्से के रूप में टीबी रोगियों को किसी व्यक्ति, किसी प्रतिनिधियों या संस्थानों द्वारा गोद लिया जा सकता है और गोद लिए रोगियों की देखभाल की जाएगी। देश में वर्तमान में इलाज करा रहे 66 प्रतिशत से अधिक टीबी रोगियों ने इस अभियान के तहत गोद लेने के लिए अपनी सहमति दी है।

मरीजों की देखभाल के लिए आगे आने वाले लोगों और संस्थानों को ‘निक्षय मित्र’ कहा जाएगा। वे जिलों, प्रखंडों या यहां तक ​​कि एक रोगी को भी गोद ले सकते हैं और उन्हें ठीक होने में मदद करने के लिए पोषण और इलाज में सहायता प्रदान कर सकते हैं। टीबी का उपचार करा रहे लोगों के समर्थन के लिए सभी सामुदायिक हितधारकों को साथ लाने तथा टीबी उन्मूलन की दिशा में देश को आगे बढ़ाने लिए ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ शुरू किया जा रहा है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2018 में हुए 'दिल्ली एंड टीबी समिट' में 2030 के सतत विकास लक्ष्य से पांच साल पहले देश को टीबी मुक्त बनाने का आह्वान किया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार, अन्य केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपालों आदि की मौजूदगी में अभियान की शुरुआत की गयी है।