गोल(GOAL) कार्यक्रम के दुसरे चरण की हुई शुरुआत



  • डिजिटल उद्यमिता के जरिए जनजातीय समुदायों के उत्थान लिए की गयी शुरुआत

नई दिल्ली (डेस्क) - जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने गोइंग ऑनलाइन एज़ लीडर्स (GOAL) कार्यक्रम के दूसरे चरण का शुभारंभ कर दिया है । यह कार्यक्रम जनजातीय मामलों के मंत्रालय और मेटा (फेसबुक) की एक संयुक्त पहल है। जीओएएल 2.0 पहल का उद्देश्य देश के जनजातीय समुदायों के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देकर और डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करके उनके लिए अवसर खोलकर 10 लाख युवाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाना है।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री मुंडा ने कहा कि जीओएएल कार्यक्रम द्वारा सक्षम बनाए जा रहे लोग अपने समुदायों की अगुवाई कर रहे हैं और इस तरह यह कार्यक्रम एक मूक क्रांति बन रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे समुदायों के पास मौजूद संसाधनों का अब आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए आधुनिक उपकरणों के साथ उपयोग किया जा सकता है।

श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि इस कार्यक्रम के मूल लक्ष्य जनजातीय समुदाय को जोड़ना और उन्हें कुशल बनाना, क्षमता विकसित करना और अपने समुदायों के जीवन में बदलाव लाना हैं।

क्या है गोइंग ऑनलाइन एज़ लीडर्स  (GOAL) - इस कार्यक्रम के माध्यम से, चिन्हित किए गए जीओएएल प्रतिभागियों की मेटा बिजनेस कोच-व्हाट्सएप आधारित लर्निंग बॉट तक पहुंच होगी जो प्रतिभागियों को फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप का उपयोग करके अपने व्यवसाय को बढ़ाने और विकसित करने के बारे में कौशल सीखने का अवसर देगा। प्रतिभागियों को डिजिटल अर्थव्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से कार्यक्रम में सिद्ध प्रशिक्षकों के एंटी स्कैमिंग शिक्षा, ऑनलाइन सुरक्षित रहना, गलत सूचना का मुकाबला कैसे करें और एक बेहतर डिजिटल नागरिक होने जैसे विषयों पर 9 भाषाओं में फेसबुक लाइव सत्र भी शामिल होंगे। जीओएएल के पहले चरण में देश भर के आदिवासी युवाओं को प्रेरित करना व जोड़ना और उनका कौशल बढ़ाना शामिल था। इनमें से कुछ ने अब ऐसे व्यवसाय बना लिए हैं जो राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे हैं।