तंबाकू के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए चल रहा जन जागरूकता अभियान



  • पंद्रह जून तक आयोजित होंगी स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न गतिविधियां

कानपुर - राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत रविवार से शुरू हुआ विशेष अभियान 15 जून तक चलेगा। इस दौरान तम्बाकू के दुष्प्रभावों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरसौल में तंबाकू के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। तंबाकू सार्वजनिक स्वास्थ्य के अब तक के सबसे बड़े खतरों में से एक के रूप में हमारे सामने आ चुका है। यह दुनियाभर में सालाना कईलोगों की मौत का कारण बन रहा है। यह सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, जर्दा जैसे कितने ही जानलेवा दुश्मन के रूप में सामने मौजूद है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नैपाल सिंह ने बताया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस को सफल बनाने की कार्य योजना के मुताबिक कार्य हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में आशा व एएनएम के माध्यम से तंबाकू सेवन एवं धूम्रपान करने से व्यक्ति के शरीर में होने वाले दुष्प्रभावो के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है तथा जन सामान्य को स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है । इस बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर थीम टोबैको थ्रेट  टू अवर एनवायरमेंट दी गई है। अलावा  स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग के साथ मिलकर सयुक्त रूप से छापेमारी एवम जुर्माना /चालान की कार्रवाई की जाएगी।

कार्यक्रम के नोडल एसीएमओ डॉ महेश कुमार ने बताया कि तंबाकू एक धीमा जहर है जो हमारे शरीर को धीरे-धीरे खत्म कर देता है तंबाकू के कारण हमें ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ता है। उन्होंने बताया कि जनपद में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की टीम राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में कार्य करती है इसका मकसद तंबाकू के दुष्प्रभाव से हर एक व्यक्ति को जागरूक करना है।

कार्यक्रम की जिला सलाहकार निधि बाजपेयी का कहना है की तम्बाकू के दुष्प्रभाव से बचने के लिए महिलाओं को आशा कार्यकत्री आंगनवाड़ी कार्यकर्ती के माध्यम से जागरूक किया जाता है,ताकि बच्चों को तंबाकू के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। जिला अस्पताल की tएनसीडी क्लीनिक में तंबाकू परामर्श केंद्र स्थापित किया गया है जहां पर तंबाकू छोड़ने के संबंध में निशुल्क परामर्श व दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। जो लोग तंबाकू धूम्रपान जैसे जहर का सेवन कर रहे हैं, वह तंबाकू परामर्श केंद्र पर दी जा रही स्वास्थ सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ रमेश कुमार ने बताया कि धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लिए बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा उत्पन्न करता है। तंबाकू के सेवन से हृदय रोग, टीबी, लकवा, मधुमेह, दृष्टिहीनता,फेफड़े एवं श्वास संबंधी रोग भी हो सकते हैं। तंबाकू के सभी उत्पाद हानिकारक होते हैं इसलिए डॉक्टर की मदद या नशा मुक्ति केंद्र की सलाह लेकर इससे छुटकारा पा सकते हैं।

तंबाकू छोड़ने के यह है फायदे : हृदय की धड़कन और रक्तचाप घटकर सामान होना, रक्त संचार व फेफड़ों का बेहतर कार्य करना, हृदयाघात का जोखिम कम होना, खांसी थकान और सांस टूटने की शिकायत कम होना, मुंह, गले,भोजन नली, ब्लैडर, गर्भाशय,ग्रीवा और पाचक ग्रंथि के कैंसर का जोखिम कम हो जाता है।

काउंसलिंग के लिए यहाँ करें संपर्क : यदि आप धूम्रपान करते हैं और इसके दुष्प्रभाव को जानने व सही सलाह लेने के इच्छुक हैं तो जिला पुरुष अस्पताल में स्थापित तम्बाकू नियंत्रण केंद्र की सलाहकार निधि बाजपेयी से संपर्क कर सकते हैं। निधि बाजपेयी को 9450159320 पर संपर्क भी किया जा सकता है।