44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए सबसे बड़े भारतीय दल का ऐलान, विश्वनाथन आनंद बने मेंटर



चेन्नई - अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने सोमवार को 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए देश की अब तक की सबसे बड़ी 20 सदस्यीय टीम की घोषणा की है। भारत को 28 जुलाई से 10 अगस्त तक इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी करनी है, जिसका आयोजन चेन्नई में होना है।

मेजबान होने के नाते भारत को पहली बार ओपन श्रेणी के साथ-साथ महिला वर्ग में दो-दो टीमों को मैदान में उतारने का हक मिला है। इसने निश्चित रूप से इस 14-दिवसीय आयोजन में भारत की पदक की संभावना को बढ़ा दिया है, जिसमें 150 से अधिक देशों के दुनिया के शीर्ष शतरंज खिलाडिय़ों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।

2020 शतरंज ओलंपियाड, जिसका आयोजन वर्चुअली किया गया था, में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाले विदित गुजराती के साथ-साथ पेंटाला हरिकृष्णा और चेन्नई के कृष्णन शशिकिरन ओपन सेक्शन में भारत की पहली टीम का हिस्सा होंगे। इन दोनों ने भी कई मौकों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इसके अलावा 19 साल के अर्जुन एरिगैसी और एसएल नारायणन भी पहली टीम का हिस्सा होंगे।
अर्जुन ने पिछले एक साल में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है और वह ठोस शैली के साथ प्रभावशाली दिखने वाले एसएल नारायणन के साथ इवेंट में पदार्पण करने वाले खिलाडिय़ों में से एक होंगे।

दूसरी ओर, दूसरी टीम में वे युवा प्रतिभाएं शामिल की गई हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में अपने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन से सुर्खियां बटोर रही हैं। इनमें प्रज्ञानानंद आर, निहाल सरीन, गुकेश डी और रौनक साधवानी शामिल हैं। ये सब शतरंज ओलंपियाड में पदार्पण करेंगे। इस टीम में अनुभवी खिलाड़ी अदभिबन बी भी होंगे, जो 2014 में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।

एआईसीएफ सचिव भरत सिंह चौहान ने कहा,शतरंज ओलंपियाड में दो टीमों को मैदान में उतारने का अवसर कई युवा भारतीय प्रतिभाओं के लिए अपने खेल को सबसे बड़े स्तर पर प्रदर्शित करने का मार्ग प्रशस्त करता है। अगर भारत मेजबान नहीं होता तो शायद इन खिलाडिय़ों को इस तरह के आयोजन में हाथ आजमाने के लिए शायद कुछ और वर्षों का इंतजार करना होता। यह उनके लिए करियर के लिए एक बड़ा अवसर है। टीमें मजबूत दिख रही हैं और उनके पास अनुभव के साथ-साथ युवा प्रतिभाओं का भी अच्छा मिश्रण है और मुझे विश्वास है कि वे इस महान अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की कोशिश करेंगे। मैं टीम के सभी सदस्यों को इवेंट और उनकी तैयारियों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

भारतीय महिला टीमों में बेहद प्रतिभाशाली कोनेरू हम्पी और दुनिया की 10वें नंबर की खिलाड़ी हरिका द्रोणावल्ली होंगी। इन दोनों ने अनगिनत बार अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों पर अपना दबदबा स्थापित किया है। इन दोनों के अलावा बेहतरीन प्रतिभा मानी जाने वाली तानिया सचदेव को आर. वैशाली और भक्ति कुलकर्णी के साथ पहली टीम में शामिल किया गया है। वैशाली और भक्ति अपना डेब्यू कर रही हैं।
महिला वर्ग में दूसरी टीम में राष्ट्रीय चैंपियन सौम्या स्वामीनाथन, मैरी एन गोम्स और पद्मिनी राउत के साथ-साथ वंतिका अग्रवाल और 15 वर्षीय दिव्या देशमुख शामिल होंगी।
पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद भारतीय टीमों के मेंटर के रूप में सक्रिय होंगे। विश्वनाथन आनंद ने आगामी शतरंज ओलंपियाड में नहीं खेलने का फैसला किया है। आनंद ने कहा, मैं इन दिनों बहुत कम इवेंट में हिस्सा ले रहा हूं और कई ओलंपियाड खेलने के बाद, मुझे लगा कि अब युवाओं को इसमें खेलने का मौका मिलना चाहिए। भारत में निहाल, प्रज्ञानानंद, गुकेश, अर्जुन जैसे कई प्रतिभाशाली युवा हैं।

दिलचस्प बात यह है कि एन. सरिता और एन. सुधाकर बाबू के बाद प्रज्ञानानंद और वैशाली एक ही ओलंपियाड में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले दूसरे भाई-बहन होंगे। एन. सरिता और एन. सुधाकर बाबू ने ग्रीस में शतरंज ओलंपियाड के 1988 संस्करण में साथ खेले थे।

जीएम प्रवीण थिप्से भारतीय दलों के प्रमुख होंगे। जीएम श्रीनाथ और जीएम आरबी रमेश ओपन सेक्शन की क्रमश: पहली टीम और दूसरी टीम के कोच होंगे। इसी तरह, महिलाओं की पहली टीम के लिए जीएम अभिजीत कुंटे और दूसरी टीम के लिए जीएम स्वप्निल धोपोड़े कोच होंगे।

भारत ने 2014 के ट्रोम्सो शतरंज ओलंपियाड में एक कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा दो वर्चुअली आयोजित ओलंपियाड में भारत ने 2020 में रूस के साथ संयुक्त रूप से स्वर्ण और 2021 में महिला टीम ने कांस्य पदक जीता था।