कैंसर व कई अन्य गंभीर बीमारियों का प्रमुख कारण है धूम्रपान : डॉ. चौधरी



  • धूम्रपान निषेध दिवस पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया
  • धूम्रपान न करने की दिलाई गई शपथ

 लखनऊ -  धूम्रपान निषेध दिवस (नो स्मोकिंग डे) पर बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया | अभियान का शुभारंभ करते हुए तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.के. चौधरी ने कहा- हर साल मार्च माह के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे  मनाया  जाता है | इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को धूम्रपान जैसी नुकसानदेह लत  से निजात दिलाना है | इस साल इस दिवस की थीम है – “धूम्रपान छोड़ना तनावपूर्ण नहीं होना चाहिये |”

नोडल अधिकारी ने कहा -  धूम्रपान कैंसर और हृदय संबंधी बीमारियों का मुख्य कारण है | इसके कारण लोग अपनी जान तक गंवा बैठते हैं | जब एक व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह अपनी सेहत के साथ-साथ  आस-पास के लोगों की सेहत को भी प्रभावित करता है | इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होता है | धूम्रपान करने वाला व्यक्ति आस-पास के कम से कम पाँच  अन्य व्यक्तियों की सेहत को प्रभावित करता है | सिगरेट का हर कश व्यक्ति की आयु को कम करता है |     

डा. चौधरी  ने बताया – जिला तंबाकू नियंत्रण इकाई  द्वारा पिछले एक साल में 1309 लोगों को तथा पाँच सालों में 7437 लोगों को धूम्रपान छोड़ने संबंधी परामर्श दिया गया | इसी प्रकार पिछले एक साल में  147 लोगों को तथा पिछले पाँच सालों में 835 लोगों को इस बुरी आदत  से निजात दिलाई गई है |

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मिलिंद वर्धन ने  अनुभव साझा करते हुए बताया – पिछले साल तक उन्हें  धूम्रपान  की  आदत थी  |  उन्होंने इस  आदत  से छुटकारा पाने का दृढ़ निश्चय किया और आज एक साल हो गए हैं उन्हें धूम्रपान छोड़े हुए  | यदि व्यक्ति में इच्छा शक्ति है तो वह आसानी से इस बुरी आदत से छुटकारा पा सकता है | इसके साथ ही  प्राणायाम , योग और व्यायाम करें जो इसमें मददगार साबित हो सकते हैं |  

इसके साथ ही वह ऐसे लोगों से  दूरी बना लें  जो स्मोकिंग  करते हैं | अपने को तनाव मुक्त रखें  | धूम्रपान की इच्छा होने पर अपने मन को किसी अन्य काम में  लगाए | नॉन निकोटिन दवाओं का उपयोग करे |
जिला तंबाकू कंसल्टेंट डा. मयंक चौधरी ने बताया – कैंसर से होने वाली 50 फीसद मौतें और फेफड़ों की ज्यादातर बीमारियों का करण तंबाकू ही है | बलरामपुर जिला अस्पताल में जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ  है, जिसके माध्यम से लोगों को धूम्रपान से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाता है तथा  लोगों को इस आदत से छुटकारा भी दिलाया जाता है |

हस्ताक्षर अभियान के साथ ही कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने धूम्रपान न करने की  शपथ दिलाई | इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रशासन डा. अभिलाषा मिश्रा, जिला तंबाकू नियंत्रण इकाई के कर्मचारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी भी उपस्थित रहे |

इसी क्रम में डा. आर.के. चौधरी के निर्देशन में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवल किशोर रोड में नो स्मोकिंग डे पर एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला कर लोगों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया | जिसमें सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. वाई. के. सिंह द्वारा तम्बाकू उन्मूलन केंद्र एवं सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट (कोटपा) अधिनियम, 2003 के बारे में भी विस्तार से बताया गया  तथा  मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को धूम्रपान न करने की शपथ दिलाई गई | इसके साथ ही सीएचसी पर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया |