मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सालाना पाँच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा



  • मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के दायरे में आएंगे प्रदेश के करीब 5000 मान्यता प्राप्त पत्रकार  
  • पत्रकारों के आश्रितों को भी मिलेगा योजना से सम्बद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में फ्री इलाज
  • अपर मुख्य सचिव ने निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क को पत्र भेजकर सूची तैयार कराने  को कहा

लखनऊ - प्रदेश सरकार जल्द ही राज्य व जनपद स्तर पर मान्यता प्राप्त पत्रकारों और उनके आश्रितों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान योजना के दायरे में लाते हुए सालाना पाँच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करने जा रही है । सरकारी अस्पतालों में तो पहले से ही आम लोगों की तरह उनके मुफ्त इलाज की व्यवस्था है किन्तु अब मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के दायरे में आने के बाद वह योजना से सम्बद्ध निजी अस्पतालों में भी भर्ती होकर मुफ्त उपचार करा सकेंगे । अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने इस बारे में निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को पत्र भेजकर मान्यता प्राप्त पत्रकारों और उनके आश्रितों (परिवार के सदस्यों) की सूची तैयार कराने को कहा है ।

इस संबंध में कहा गया है कि प्रदेश में मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सामाजिक एवं स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से उन्हें मुफ्त चिकित्सा सुविधा का लाभ प्रदान किया जाएगा । इस चिकित्सा सुविधा के लिए राज्य/जिला स्तर पर सभी मान्यता प्राप्त पत्रकार लाभार्थी होंगे । इस श्रेणी के सभी पत्रकार एवं उनके परिवार के आश्रित सदस्यों का डाटा तैयार कराए जाने का कार्य निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा किया जाएगा । इसके लिए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के उप निदेशक स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा । मान्यता प्राप्त पत्रकारों का पूर्ण विवरण प्रतिवर्ष चिकित्सा सुविधा के लिए नामित नोडल अधिकारी द्वारा मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को उपलब्ध कराया जाएगा ताकि सभी पात्र लाभार्थियों और उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत शामिल करते हुए मुफ्त उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा सके । योजना के दायरे में मान्यता प्राप्त पत्रकारों को शामिल कराने के लिए आवश्यक बजट आदि का भी आँकलन कर लिया गया है ।  

क्या है मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान योजना : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के राज्य महाप्रबंधक पालिसी एंड पब्लिक हेल्थ डॉ. बी. के. पाठक का कहना है कि मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत भी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की तरह प्रति परिवार प्रति वर्ष पाँच लाख रुपये तक के मुफ्त उपचार की सुविधा मुहैया कराई जाती है । योजना के तहत छोटी-बड़ी सैकड़ों बीमारियों का मुफ्त उपचार योजना से सम्बद्ध सरकारी व निजी चिकित्सालयों में भर्ती होकर कराया जा सकता है । योजना के दायरे में आने वाले लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जाता है, जिसके आधार पर वह सम्बद्ध किसी भी अस्पताल में सुविधानुसार इलाज करा सकते हैं । योजना के तहत किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए अस्पतालों में आरोग्य मित्रों की भी तैनाती की गई है ।