जनपद में आयोजित किये जा रहे क्लबफुट जागरूकता कैम्प



लखनऊ - जनपद में 30 नवंबर को बलरामपुर जिला अस्पताल में, 3 दिसम्बर को  डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में और 4 दिसम्बर को डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में  प्रातः 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) गैर सरकारी संगठन मिरेकल फीट इंडिया के सहयोग से क्लबफुट जागरूकता कैम्प का आयोजन कर  रहा है | जिसमें क्लबफुट ग्रसित बच्चों की जांच एवं इलाज निशुल्क किया जाएगा | साथ ही ऐसे बच्चों के अभिभावकों को भी इलाज संबंधी पूरी जानकारी  दी जायेगी ताकि वह बच्चे का इलाज बीच में  न छोड़ें | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने दी | उन्होंने बताया- पूरा इलाज मिलने के बाद क्लबफुट के साथ पैदा हुआ बच्चा किसी भी सामान्य बच्चे की तरह क्रिया कलाप कर सकता है | बच्चे का इलाज जन्म के तुरंत बाद ही शुरू किया जा सकता है |

जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया- मिरेकल फीट इंडिया क्लबफुट की समस्या के समाधान के लिए काम कर रही है  | यह आरबीएसके एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ साझेदारी में काम करता है | क्लबफुट से प्रभावित बच्चों का पॉनसेंटी विधि द्वारा बहुत आसानी से इलाज किया जा सकता है | जिसमें वह कास्टिंग, टेनोटोमी और ब्रेसिंग से गुजरते हैं | सही समय पर क्लबफुट की पहचान होने पर ही पूर्णतया इलाज संभव है  | फुट ब्रेसेस सहित पूरी चिकित्सा निशुल्क प्रदान की जाती है |

डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटेरवेंशन सेंटर के मैनेजेर  डा. गौरव सक्सेना ने बताया- क्लब फुट एक जन्मजात विसंगति है जिसमें एक या दोनों पंजे अंदर और नीचे की ओर मुड़ जाते  हैं  लेकिन इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है | भारत में हर 800 में से एक बच्चा क्लबफुट के साथ पैदा होता है |