सुरक्षित जननी - विकसित धरनी मातृ वंदना सप्ताह एक सितम्बर से



  • प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से जुड़ीं शिकायतों के निस्तारण व पंजीकरण पर रहेगा जोर


लखनऊ - पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं  के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल व उचित पोषण प्रदान करने के उद्देश्य से   प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) चलायी जा रही है | इसके तहत तीन किश्तों में पांच हजार रूपये प्रदान किये जाते हैं |  जिले में योजना के शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के उद्द्देश्य से एक सितम्बर से सात सितम्बर तक “सुरक्षित जननी - विकसित धरनी –मातृ वंदना  सप्ताह” मनाया जायेगा | इस सप्ताह को आयोजित करने का उद्देश्य अधिक से अधिक गर्भवती  को इस योजना के तहत पंजीकृत करना है | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने दी |

पीएमएमवीवाई के  नोडल अधिकारी और अपर  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर.वी सिंह ने बताया- इस सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया जायेगा | दूसरी और तीसरी किश्त को लेकर फॉर्म भरने में जो त्रुटियाँ हैं उनका निराकरण किया जाएगा | मेडिकल ऑफिसर द्वारा अप्रूव्ड फॉर्म का रूटीन में  निस्तारण किया जायेगा |

पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक सुधीर वर्मा ने बताया-  इस योजना  का आवेदन फॉर्म भरने  के लिए आशा या एएनएम् से मदद  ली जा  सकती है या घर बैठे www.pmmvy.case.nic.in पर लॉग इन कर स्वयं आवेदन किया जा सकता है  |

लाभार्थी को कोई दिक्कत आ रही है या उसे सहायता की जरूरत है तो  मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पी.एम.एम.वी.वाई सेल ( द्वितीय तल) या नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या  पीएमएमवीवाई के जिला समन्वयक सुधीर वर्मा से उनके मोबाइल  न.6394458720 या स्टेट हेल्पलाइन नम्बर 7998799804 पर भी संपर्क कर सकती हैं  |

योजना के तहत तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रूपये :  केंद्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी  योजना एक जनवरी 2017  में  शुरू की गयी  | इस  योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए पांच हजार रुपये तीन किश्तों में गर्भवती  के खाते में दिए  जाते हैं | पहली किश्त 1,000 रुपये की गर्भधारण के 150 दिनों के अंदर पंजीकरण कराने पर,  दूसरी किश्त में 2,000 रुपये 180 दिनों  के अन्दर व 2,000 रूपये की तीसरी किश्त प्रसव पश्चात तथा शिशु के  प्रथम टीकाकरण चक्र के पूरा होने पर मिलते हैं |